कॉलेज का फरमान- कपड़े बदलते समय दरवाज़ा अंदर से बंद ना करें लड़कियां

0
कॉलेज
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

क्या कॉलेज में हॉस्टल की छात्राओं को ऐसा फरमान जारी किया जा सकता है कि वे कपड़े चेंज करते वक्त भी कमरे का दरवाजा अंदर से बंद ना रखें। जी हां, ये शर्मनाक कारनामा केरल के कोल्लम में एक नर्सिंग कॉलेज के प्रबंधन ने कर दिखाया है। कोल्लम के उपासना कॉलेज ऑफ नर्सिंग के स्टूडेंट्स इस फरमान के विरोध में पिछले शुक्रवार से कैम्पस के बाहर धरना दे रहे हैं। धरना देने वालों में अधिकतर छात्राएं हैं।

इसे भी पढ़िए :  केरल में 90 साल की बुजुर्ग महिला से रेप

कॉलेज को उपासना चैरिटेबल ट्रस्ट चलाता है जिसके कर्ताधर्ता अरबपति कारोबारी रवि पिल्लई हैं। कॉलेज के चौथे वर्ष की एक छात्रा का कहना है कि हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं से कहा गया है कि वे अपने कमरों को तब भी बंद ना रखें, जब वो कपड़े चेंज कर रही हों। ऐसी स्थिति में वे दरवाजे के पास कुर्सी रख सकती हैं।

छात्राओं का आरोप है कि प्रिंसिपल एमपी जेसीकुट्टी उन पर शक करती हैं कि कमरा बंद होने पर मोबाइल से बात की जाती है या लेस्बियन संबंधों (समलैंगिक) जैसी अनैतिक गतिविधियां की जाती हैं। यही नहीं लाइब्रेरी में इंटरनेट की सुविधा को भी ब्लॉक कर दिया गया है। ये शक जताया जाता है कि इंटरनेट का इस्तेमाल सिर्फ पोर्न देखने के लिए किया जाता है।

इसे भी पढ़िए :  ‘मेरी बेटी को जबरन मुसलमान बनाया गया’

स्टूडेंट्स की मांग है कि कॉलेज प्रबंधन तत्काल प्रभाव से प्रिंसिपल जेसीकुट्टी का इस्तीफा ले और किसी अन्य की इस पद पर नियुक्ति करें। छात्राओं का आरोप है कि उन पर तमाम तरह की वजहें बता कर भारी जुर्माना वसूला जाता है। जैसे कि छुट्टी लेना, बाल बढ़ाना, नाखून रखना आदि। इसके अलावा कैम्पस में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। स्टूडेंट्स को हफ्ते में एक बार ही कॉमन फोन का इस्तेमाल कुछ ही मिनट के लिए करने की इजाजत दी जाती है।

इसे भी पढ़िए :  आदिवासियों के लिए एक तिहाई से ज्यादा नहीं खर्च कर पाई मोदी सरकार

अगले पेज पर पढ़िए – छात्राओं का आरोप ‘अभद्र तरीके से बात करती हैं प्रिंसिपल’

Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse