राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खालिस्तान कमांडो फोर्स के आतंकी गुरसेवक सिंह उर्फ बाबला को नेशनल हाईवे 8 के राजोकरी से गिरफ्तार किया है।
उसके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल बरामद की है। आतंकी गतिविधियों समेत, मर्डर और लूट जैसे 75 मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। गुरसेवक सिंह उर्फ बाबला 1984 के आपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले का साथी रहा है।
उसने 1984 में एक ही दिन में 19 लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर पंजाब में सनसनी फैला दी थी। पंजाब समेत कई राज्यों की पुलिस उसको खोज रही थी क्योंकि वह कुछ समय पहले पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। बबला 26 साल तिहाड़ जेल में बंद रहा ।
वह तीन बार पुलिस कस्टडी से भाग चुका था। गुरसेवक सिंह 1986 और 2004 में भी फरार हो चुका था। 2015 में लुधियाना पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया तो वह कुछ समय पहले तीसरी बार फिर पुलिस कस्टडी से भाग निकला।
मई 1984 में गुरसेवक सिंह ने अपने साथियों लाभ सिंह, गुरिन्द्र सिंह और स्वर्णजीत सिंह के साथ मिलकर एक समाचार पत्र के संपादक रमेश चंद्र की जालंधर में हत्या कर दी थी। संपादक द्वारा भिंडरेवाले की आलोचना करने के चलते उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। लुधियाना पुलिस ने उसी वर्ष उसे एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया था।