मुंबई अलग-अलग कंपनियां अपने प्रॉडक्ट को बेचने के लिए मेंबरशिप स्कीम निकालती हैं, पर अपनी तरह के संभवतः पहले केस में हजारों लोगों का उन फ्रेंडशिप क्लब के नाम पर रजिस्ट्रेशन करवाया गया, जिनकी आड़ में लड़कियों-मॉडल्स के साथ घूमने और उनके साथ सेक्स का लालच दिया जाता था। इस संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी अखिलेश सिंह के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों के पास से 300 से ज्यादा सिम कार्ड, 37 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप और 16 हार्ड डिस्क जब्त की गई हैं। आरोपियों ने तीन अलग-अलग वेबसाइट्स बनाई थीं। वेबसाइट्स के नाम इस तरह के रखे गए थे कि लोग तुरंत ट्रैप में आ जाते थे और वेबसाइट्स को ओपन कर लेते थे। वहां उन्हें अलग-अलग लड़कियों के फोटो दिखते थे। वेबसाइट्स पर युवकों से 999 रुपये में रजिस्ट्रेशन करवाने को कहा जाता था और यह रकम ऑनलाइन पेटीएम में ट्रांसफर करने की हिदायत दी जाती थी। इसके लिए बाकायदा पेटीएम नंबर दिया जाता था। रजिस्ट्रेशन करवाने वाले को अपना मोबाइल नंबर भी देना पड़ता था। नंबर देने वाला मानकर चलता था कि उसके पास लड़कियों के फ्रेंडिशप के कॉल्स आएंगे। कई लोगों को कॉल्स आए तो, पर लड़कियों के नहीं, बल्कि वेबसाइट्स से जुड़े लोगों के। वे कुछ लड़कियों या मॉडल्स के उन्हें फोटो भेजते थे और फिर मेंबरशिप लेने वालों को इनके साथ घूमने के अलग-अलग रेट बताते थे।
काफी मामलों में सिर्फ रजिस्ट्रेशन किया गया, उसके बाद रजिस्ट्रेशन करवाने वाले से कोई संपर्क ही नहीं किया गया। उन्हें किसी भी लड़की या मॉडल्स से मिलवाया ही नहीं गया, पर रजिस्ट्रेशन के बहाने आरोपियों ने लाखों रुपये जमा कर लिए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पिछले करीब दो महीने में मोहम्मद शकील, गिरीश जायसवाल, कमल विश्वकर्मा, अर्जुन कनौजिया और शरीफ खान नामक आरोपियों के इस ग्रुप ने करीब 2000 लोगों का मेंबरशिप के बहाने रजिस्ट्रेशन करवाया था और 999 के हिसाब से करीब 20 लाख रुपये जमा कर लिए थे।
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