अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा। खास बात ये है कि अब मुस्लिम समुदाय के एक तबके ने भी राम मंदिर बनाने की वकालत शुरु कर दी है। बुधवार को अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि मुस्लिम कारसेवक मंच के लोगों ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने का संकल्प लिया।
खास बात ये है कि वो इसे विकास से बड़ा बता रहे हैं। श्री रामजन्मभूमि मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजम खान ने इस बारे में अपनी मांग रखी। कल इन्होंने अयोध्या में रामचंद्र परमहंस की समाधि पर पहुंचकर अयोध्या में राम मंदिर बनाने का संकल्प लिया। आजम खान के साथ मुस्लिम समुदाय के और भी लोग थे।
आजम खान और उनके साथ पहुंचे लोगों ने कहा कि हमें विकास नहीं चाहिए, हमें सबसे पहले श्री राम मंदिर चाहिए। साथ ही आजम खान ने मुस्लिम भाइयों से राममंदिर निर्माण में सहयोग की अपील की।
इसके साथ ही उन्होनें बाबर के नाम पर मस्जिद होने का भी पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि अगर अयोध्या में बाबरी मस्जिद बनती है तो यह भगवान श्रीराम का अपमान होगा।
दरअसल ये मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है। सबको इंतजार है कि सुप्रीम कोर्ट इसपर क्या फैसला सुनाता है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2010 में जो फैसला सुनाया था उसके मुताबिक ज़मीन को तीन हिस्सों में बांट दिया गया था। दो तिहाई हिस्सा हिन्दू पक्ष को मिला और एक तिहाई सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड को। पिछले 7 साल से ये मामला कोर्ट में लटका है। इस साल 31 मार्च को राम मंदिर मुद्दे की जल्द सुनवाई के लिए बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी सुप्रीम कोर्ट गए थे। लेकिन कोर्ट ने जल्द सुनवाई करने से इनकार कर दिया था।