यूपी के नवनिर्वाचित सीएम योगी अादित्यथ गोरखपुर की किसी विधानसभा सीट से उप-चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि योगी आदित्य नाथ को सत्ता संभाले 50 दिन पूरे चुके हैं। योगी को सीएम बने रहने के लिए किसी एक सदन (विधानसभा या विधानपरिषद) का सदस्य होना अनिवार्य है।
इस सब के बीच एक खबर और निकल के सामने आई है कि, योगी सरकार में डिप्टी मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य उप-चुनाव लड़ने की मूड में नहीं हैं। यूपी सरकार में सीएम और डिप्टी सीएम दोनों को पद पर बने रहने के लिए राज्य विधायिका के सदस्य के तौर पर शपथ लेनी होगी। वर्तमान में योगी आदित्य नाथ गोरखपुर से बीजेपी के सांसद है।
बताया जा रहा है कि योगी आदित्य नाथ विधानसभा में इस लिए एंट्री लेगें ताकि जनता में यह संदेश जाए कि यूपी के नए सीएम योगी एक “जन नेता” हैं। मुख्यमंत्री के अलावा दो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा और दो अन्य मंत्रियों स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा के लिए भी पद पर बने रहने के लिए किसी सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेना जरुरी है। स्वतंत्र देव सिंह योगी सरकार में परिवहन मंत्री और मोहसिन रजा अल्पसंख्यक मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों मंत्रियों और एक उप-मुख्यमंत्री को विधान परिषद में प्रवेश के लिए कहा जा सकता है। वर्तमान में केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद की फूलपुर सीट से बीजेपी के सांसद हैं तो दिनेश शर्मा लखनऊ के मेयर है। वहीं, स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं।
































































