गृहमंत्री राजनाथ की अगुवाई में हुई बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सुकमा अटैक पर दुख जताते हुए कहा कि सुकमा में माओवादियों के लिए स्वर्ग के समान बना चिंतागुफा का अंदरूनी क्षेत्र बेहद खतरनाक है। और हमें सुकमा को इस समस्या से मुक्त कराने के लिए तय लक्ष्य के साथ एक अभियान शुरू करने की योजना बनानी चाहिए, जिसके तहत अंदरुनी इलाकों में करवाई करने का लक्ष्य हो। ताकि बड़े नक्सलियों को निशाना बनाया जाए, हवाई यातायात को दुरुस्त करने के लिए काम शुरू किया जाए, मैदान पर पकड़ बनाया जाए, वामपंथी उग्रवादियों को निकाल फेंका जाए, सड़क का निर्माण और क्षेत्र के विकास की निरंतरता के लिए काम किया जाए।
साथ ही उन्होंने बताया कि इसके अलावा हमने छत्तीसगढ़ में 5 मई को जब यूनिफाइड कमांड की बैठक की थी, तब स्ट्रैटेजिक फैसला लेने के लिए यह योजना बनाई कि जिला स्तर पर पुलिस अधीक्षक को ऑपरेशन लेवल पर लीड करने का अवसर जब तक नहीं मिलेगा, तब तक समुचित ऑपरेशन को अंजाम नहीं दिया जा सकता है। इसी बात को पर हमने डीजी सीआरपीएफ के साथ बैठक की थी, जिसमें सहमति के साथ पुलिस अधीक्षक को मुखिया बनाने की हुई।
इसके साथ ही गृहमंत्री के नेतृत्व में हो रही इस बैठक में रमन सिंह ने बैंक में नोटों की कमी के खासकर 500 और 2,000 के कमी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि रोज 1500 करोड़ रुपये कैश बैलेंस के एवज में यहां सिर्फ 900 से 1000 करोड़ रुपये मात्र रह गया है। इसी कारण ATM पर समस्या बढ़ रही है। कम भुगतान और किसानों के फाइनेंस पर प्रभाव पड़ रहा है
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