पंजाब के बठिंडा से पुलिस ने चार खालिस्तान आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। आतंकियों में एक महिला भी शामिल है। चारों आतंकियों की पहचान हरबिंदर सिंह, अमृतपाल कौर, जरनैल सिंह और रणदीप सिंह के नाम से की गई है।
ये चारों आतंकी खुद को खालिस्तान जिंदाबाद ग्रुप का हिस्सा बता रहे थे। इन चार आतंकियों में से एक महिला अमृतपाल कौर संगरूर के किशनगढ़ से आती हैं।
आपको बता दें कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू भी (47 वर्ष) पहले आतंकी संगठन बब्बर खालसा का सदस्य था। 1986 में अरूर सिंह और सुखविंदर सिंह बब्बर ने जब खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) बनाई तो वह उससे जुड़ गया। इसके बाद खालिस्तान आंदोलन में शामिल रहे चार बड़े संगठन भी 1995 में केएलएफ से जुड़ गए और फिर केएलएफ का मुखिया बन गया।
निशाने पर थे कांग्रेस नेता
पुलिस के मुताबिक चारों ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के बैनर तले लोगों को मारने की साजिश रच रहे थे। पुलिस के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि इन अति चरमपंथी युवाओं के निशाने पर कांग्रेस नेता टाइटलर और सज्जन कुमार थे। टाइटलर और कुमार पर दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों में भूमिका होने के आरोप हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इन युवाओं ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ नाम का गुट बनाया था। ये लोग फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया वेबसाइटों पर पाकिस्तान और अन्य पश्चिम एशियाई देशों और ब्रिटेन के कुछ लोगों द्वारा कट्टरता के प्रभाव में आए।
भारत और विदेशों में जुड़े थे तार
यह नवयुवक भारत व विदेशों में इनका मार्ग-दर्शक करने वालों के साथ निकट से जुड़े हुए थे और इनको मोहाली पुलिस ने खुफिया कार्यवाही करके 29 व 30 मई के दौरान शिंकजे में लिया। यह नवयुवक हथियारों और अपने सदस्यों के प्रशिक्षण का प्रंबध करने के लिए आंतकवाद फैलाने वाले साजो-सामान की खरीद के लिए फंड इक ट्ठा करने की प्रक्रिया में थे। पुलिस इन चारों नवयुवकों से 32 बोर के दो पिस्तौल, चार मैगजीन और पांच जिंदा कारतूस प्राप्त किए है। इसी प्रकार ही पहले कोटरा, पुलिस थाना रामपुरा जिला बठिंडा के निकट से गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों से एक 315 बोर का पिस्तौल और एक 12 बोर का पिस्तौल पकड़े गए थे। इन चारों शक्कियों को गैर-कानूनी सरगर्मियां नियंत्रण एक्ट, आमर्ज एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर सात दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है।