पंजाब पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है। ये अलर्ट ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी से पहले राज्य भर में एहतियात के तौर पर जारी किया गया है। पंजाब के कुछ संवेदनशील जिलों अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, बठिंडा, फरीदकोट और पटियाला में तो पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया है। आईटीबीपी, सीआरपीएफ, आरएएफ सहित अन्य अर्धसैनिक बलों की कंपनियां और राज्य पुलिस के कर्मी 1 से 7 जून तक विभिन्न इलाकों में तैनात किए गए हैं। यही नहीं राज्य गृह विभाग ने प्रदेशभर में कट्टरपंथी सिखों के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने पहले ही विभिन्न स्थानों से शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और दमदमी टकसाल के सदस्यों पर नजर रखने की हिदायत दी है ताकि ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32वीं बरसी पर कोई अप्रिय घटना न हो सके।
पंजाब पुलिस ने तमाम जिलों के एसएसपी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 24 घंटे नाके लगा कर वाहनों की चेकिंग करने के लिए कहा गया है। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। अमृतसर, पटियाला और अन्य कई जिलों में पंजाब पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्सेज की कई कंपनियां तैनात की गई हैं।
दरअसल, पंजाब के कई सिख गरमपंथी संगठनों की तरफ से ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी मनाने का ऐलान किया गया है। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने एहतियातन ये कदम उठाया।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार ?
6 जून 1984 को ऑपरेशन ब्लू स्टार किया गया। भारतीय सेना का ये मिशन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों के चंगुल से छुड़ाना था। इस ऑपरेशन को स्वतंत्र भारत में असैनिक संघर्ष के इतिहास की सबसे खूनी लड़ाई माना जाता है। इस ऑपरेशन में सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गए थे।