महाराष्ट्र सरकार द्वारा कर्ज माफी के ऐलान के बाद से किसानों में जमा हुआ गुस्सा अब उभर कर सामने आने लगा है। आप को बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को ईमानदारी से कर्ज अदा करने वाले किसानों के लिए बोनस घोषित किया है, इससे किसान नाराज बताए जा रहे हैं। किसान नाराजगी इतनी बढ़ गई हैं कि ये लोग आंदोलन करने पर उतारु हो गए हैं ।
नाराज किसानों का एक गुट सोमवार को शरद पवार से मिला। यह किसान अहमदनगर जिले के उसी पुणतांबा तहसील से मुंबई पहुंचे जहां से किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। कर्ज माफी पर अमल को लेकर इन किसानों में चिंता बढ़ रही है। नियमित रूप से कर्ज चुकाने वाले किसान अपनी शिकायत को लेकर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे। वे कर्ज माफी की शर्त बदलवाना चाहते हैं।
राज्य सरकार कह चुकी है कि, कर्ज के बोझ तले दबे किसानों को डेढ़ लाख रुपये तक माफी मिलेगी। जबकि ईमानदारी से कर्ज़ चुकाने वाले किसानों को 25 हजार रुपये या उनके कर्ज़ के 25 फीसदी रकम में से जो कम है वह बोनस दिया जाएगा। शरद पवार से मिलने पहुंचे किसानों के समूह में शामिल अभय चव्हाण ने एक न्यूज चैनल को बताया कि इससे ईमानदार किसानों में यह भावना उत्पन्न हुई है कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है। हमने तीन लाख तक का कर्ज़ चुकाया है। उसमें हमें बोनस मिलेगा 25 हजार। जबकि दूसरों का डेढ़ लाख तक का नहीं चुकाया गया कर्ज माफ होने वाला है। ऐसे में हमारी मांग है कि बोनस राशि 50 हजार से डेढ़ लाख तक की जाए।