नई दिल्ली। भारत में पिछले एक साल में 37 मोबाइल कंपनियों ने अपने कारखाने लगाए, जिनमें 40,000 लोगों को सीधे और 1.25 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिला। सूचना प्रौद्योगकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार(27 अगस्त) को यह जानकारी दी।
प्रसाद ने सरकार के वित्तपोषण से बने ‘इलेक्ट्रोप्रेन्योर पार्क’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि हमने भारत को इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण का बड़ा केंद्र बनाने का फैसला किया है। पिछले एक साल में 37 नई मोबाइल विनिर्माण इकाइयां यहां लगी हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान देश में 11 करोड़ मोबाइल फोन बने हैं, जबकि इससे पिछले साल छह करोड़ फोन बने थे।
प्रसाद ने कहा कि हमने 40,000 लोगों को सीधे रोजगार दिया, जबकि 1.25 लाख को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिला है। चीन की जियोनी और शियोमी जैसे कंपनियां आंध्रप्रदेश के फॉक्सकॉन संयंत्र में अपने हैंडसेट बना रही हैं। कारबॉन, लावा, माइक्रोमैक्स, इंटेक्स, जिवी, आईटेल और एमटेक जैसी घरेलू कंपनियों ने भी देश में अपने विनिर्माण संयंत्र स्थापित किए हैं।
प्रसाद ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रानिक उत्पाद के विनिर्माण के अलावा उत्पाद डिजाइन भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र में नए उद्यमियों को मदद करने के लिए इलेक्ट्रानिक विकास कोष के तहत 10,000 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में बने इलेक्ट्रोप्रेन्योर पार्क का शनिवार को उद्घाटन किया गया, जो करीब 21 करोड़ रुपए के सरकारी कोष से स्थापित इन्क्यूबेशन केंद्र है और यहां 50 कंपनियों को इन्क्यूबेशन में मदद मिलेगी।