इस महत्वपूर्ण डेटा चोरी की बात को याहू द्वारा इतनी देरी से यूजर्स को सूचित करना हैरान करता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि 1 अगस्त को ही डेटा हैक होने की खबरें आ रही थीं। ‘पीस’ नाम की एक हैकर ने याहू यूजर्स की लॉगइन और पासवर्ड डिटेल्स की ऑनलाइन सेल शुरू कर दी थी। इस हैकर ने एक ब्लॉग को बताया था कि वह कुछ वक्त पहले से यह इन्फर्मेशन बेच रही थी। उस वक्त याहू ने कहा था कि उसे इस दावे के बारे में जानकारी है और अभी तथ्यों की जांच की जा रही है।
इसका मतलब यह हुआ कि 1 अगस्त से लेकर अब याहू के पुष्टि करने तक यूजर्स का डेटा सार्वजनिक रहा। याहू को खरीदने की तैयारी कर रही कंपनी “वेरिजॉन” ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है कि याहू ने उसे दो दिन पहले ही इस बात की जानकारी दी है। Tumblr पर डाली पोस्ट में याहू ने कहा कि यह इन्फर्मेशन किसी ‘स्टेट-स्पॉन्सर्ड ऐक्टर’ ने चुराई है, मगर उसने इस बारे में और जानकारी नहीं दी है।