टाटा ग्रुप में मतभेदों के मामले को आदालत में ले जाने की खबरों का साइरस मिस्त्री ने खंडन किया है। साइरस मिस्त्री के ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उन्होंने कोई कैविएट दाखिल नहीं की है। हालांकि, टाटा की ओर से सुप्रीम कोर्ट, बॉम्बे हाई कोर्ट और NCLT में साइरस मिस्त्री को अपनी बर्खास्तगी के खिलाफ कोई कदम उठाने से रोकने के लिए कैविएट दायर किया गया है।
साइरस मिस्त्री के ऑफिस से जानकारी दी गई है कि साइरस ने कोई कैविएट फाइल नहीं की है। मिली जानकारी के मुताबिक टाटा ने मिस्त्री की ओर से किसी लीगल एक्शन के मद्देनजर कैविएट दाखिल की है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि मिस्त्री ने रतन टाटा, टाटा सन्स और सर दोराबजी ट्रस्ट के खिलाफ दायर की है। एक कैविएट साइरस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से रतन टाटा और टाटा सन्स के खिलाफ दाखिल की गई है, हालांकि बाद में साइरस की ओर से इसका खंडन कर दिया गया।