दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानी DMRC ने अपने स्टेशनों के जरिए राजस्व कमाने के लिए मेट्रो स्टेशनों की ब्रांडिंग शुरू कर दी है और स्टेशनों को कंपनियों का ब्रांड स्टेशन बनाया जा रहा है। DMRC ने इस योजना के तहत विज्ञापनों को नई पहचान दी है और इससे रेवेन्यू जनरेट करने का एक बेहतरीन विकल्प चुना है।
प्रथम चरण में आईटीओ स्टेशन का नाम बदलकर जेके टायर आईटीओ रखा गया है तो विश्वविद्यालय स्टेशन का नाम होंडा 2 व्हीलर विश्वविद्यालय स्टेशन रखा गया है। गुरू द्रोणाचार्य स्टेशन का नाम बदलकर इंडिगो गुरू द्रोणाचार्य स्टेशन रखा गया है। बहुत जल्द द्वारका सेक्टर-10 स्टेशन का नाम पीएनबी द्वारका सेक्टर 10 जल्द ही हो जाएगा। जल्द ही लगभग एक दर्जन स्टेशनों के परिवर्तित नाम दिखाई देंगे।
ब्रांडिंग के लिए DMRC द्वारा इच्छुक कंपनियों व घरानों से जहां सीधे एग्रीमेंट किया जा रहा है तो वहीं विज्ञापन एजेंसियों को भी ब्रांडिंग के लिए स्टेशन सौंपे जा रहे हैं। हालांकि मेट्रो के रिकॉर्ड में उक्त स्टेशनों का नाम पूर्ववत ही रहेगा लेकिन स्टेशनों के भीतर व बाहर स्टेशनों के नाम के पहले निश्चित अवधि के लिए ब्रांडिंग से संबंधित कंपनी का नाम होगा।