महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गोवा, गुजरात, केरल और आंध्र प्रदेश के दवा नियामकों ने एस्ट कराये। 10 अन्य कपंनियों एल्केम लैब्स, कैडिला हैल्थकेयर, सिप्ला, एमक्योर फार्मा, हेटेरो लैब्स, मोरपेन लैब्स, मेक्लायॅड्स फार्मा, सन फार्मा, वॉकहार्ड फार्मा और जायडस हैल्थकेयर पर भी घटिया दवाएं बेचने का आरोप है। इंडियन एक्सप्रेस की ओर से भेजे गए सवालों पर केवल आठ कंपनियों ने जवाब दिया। जवाब में यह कारण बताए गए: अनाधिकारिक डिस्ट्रीब्यूटर से दवा ली गई, दवा पर लेबल की जरुरत नहीं थी क्योंकि उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन को भेजा जाना था, नकली दवाओं का बैच पकड़ा गया है, दवा को लेकर जो टेस्ट किया गया वह जरूरी नहीं था, टेस्ट करने का तरीका गलत, दवा को लाने ले जाने की वजह से गड़बड़ी हुई।































































