नासकॉम के प्रेसीडेंट आर चंद्रशेखर ने कहा कि सुषमा स्वराज और दास की टिप्पणियों को किसी कंपनी के खिलाफ नहीं देखना चाहिए। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मेरे लिए यह किसी कंपनी विशेष को निशाना बनाने का मामला नहीं है। किसी की इस मुद्दे पर कोई भी राय हो सकती है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे निवेश पर असर पड़ेगा। यह एक विचार था जो व्यक्त कर दिया गया। यह कोर्इ कानूनी आदेश नहीं है। मुझे लगता है कि हम काफी कुछ सोच लेते हैं लेकिन जब सरकार की ओर से कुछ कहा जाता है तब यह बिलकुल अलग मामला है। फिर यह निजी अभिव्यक्ति नहीं होती।”
दूसरी तरफ अमेजन डॉट कॉम और अमेजन इंडिया की ओर से टिप्पणी मांगी गयी है लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया है।
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह सुषमा स्वराज एक टि्वटर यूजर ने बताया था कि अमेजन कनाडा की साइट पर तिरंगे के डोरमैट बेचे जा रहे हैं। जिसके बाद सुषमा ने कंपनी से यह प्रॉडक्ट वापस लेने औरमाफ़ी मांगने को कहा था। साथ में चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि अमेजन ने माफी नहीं मांगी तो उसके किसी भी अधिकारी को भारतीय वीजा नहीं दिया जाएगा। इसके बाद अमेजन ने कनाडा पॉर्टल से यह उत्पाद वापस ले लिया था।
अमेजन इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट और कंट्री मैनेजर अमित अग्रवाल ने भारतीय भावनाओं को चोट पहुंचने पर खेद जताया था। उन्होंने विदेश मंत्री को बताया कि जानकारी मिलने के बाद प्रॉडक्ट को तुरंत हटा लिया गया।