नई दिल्ली। दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भूराजनीतिक तनाव का भारत जैसी अर्थव्यवस्थाओं पर कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा और यह तेज वृद्धि दर्ज करती रहेगी। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने बुधवार(5 अक्टूबर) को यह बात कही।
भारत और पाकिस्तान के भूराजनीतिक तनाव के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर डब्ल्यूईएफ की मुख्य अर्थशास्त्री तथा कार्यकारी समिति की सदस्य जेनिफर ब्लैंक ने कहा कि यह क्षेत्र काफी तेज वृद्धि दर्ज करता रहेगा। निश्चित रूप से मैंने इसका नीचे की ओर का पुन:आकलन नहीं देखा है।
ब्लैंक दो दिन के भारत आर्थिक सम्मेलन पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। यह सम्मेलन गुरुवार से शुरू हो रहा है। ब्लैंक ने रिजर्व बैंक द्वारा मंगलवार को रेपो दर में कटौती पर कहा कि रिजर्व बैंक काफी अच्छा काम करता दिख रहा है।
हालांकि, उन्होंने इसके साथ ही जोड़ा कि विकासशील अर्थव्यवस्थाएं मौद्रिक नीति पर काफी अधिक निर्भर करती हैं। उन्होंने कहा कि भारत को एक बेहतर प्रबंधित मौद्रिक प्रणाली की जरूरत है।