अब तक 2000 रुपये के नए नोट तो सर्कुलेशन में आ चुके हैं, लेकिन 500 रुपये की अब भी कमी है। प्रिंटिंग प्रेस की ओर से नोट जारी किए जाने के बाद अब इस स्थिति में सुधार की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहले ही अपनी मैसुरु और पश्चिम बंगाल के सलबोनी स्थित प्रिंटिंग प्रेस में नोट छपवा चुका है। इसके अलावा नासिक और मध्य प्रदेश के देवास स्थित प्रिंटिंग प्रेस में भी 500 रुपये के नोटों की छपाई चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक आरबीआई की ओर से इन प्रिंटिंग प्रेसों को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 500 रुपये के 400 मिलियन यानी 40 करोड़ नोट छापने का टारगेट दिया गया है। दो सप्ताह पहले से इन नोटों की प्रिंटिंग चल रही है। सिक्योरिटी प्रिंटिंग ऐंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की 9 प्रिंटिंग प्रेसों में आरबीआई के लिए करंसी छापने का काम किया जाता है। इनमें से दो-दो प्रेसें नासिक और हैदराबाद में है। वहीं, मुंबई, कोलकाता, नोएडा, देवास और होशंगाबाद में एक-एक प्रिंटिंग प्रेस है।