नई दिल्ली। पिछले तीन साल के दौरान 76 लाख से अधिक नये लोगों ने आयकर रिटर्न दाखिल करनी शुरू की है। इसके साथ ही व्यक्तिगत तौर पर आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 3.65 करोड़ तक पहुंच गई है।
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा जारी आयकर रिटर्न आंकड़ों के मुताबिक आकलन वर्ष 2012-13 में जहां 2.89 करोड़ लोगों ने रिटर्न दाखिल की वहीं 2013-14 में यह संख्या बढ़कर 3.35 करोड़ और 2014-15 में 3.65 करोड़ तक पहुंच गई।
सीबीडीटी के मुताबिक 2014-15 आकलन वर्ष में 3.65 करोड़ लोगों ने रिटर्न दाखिल की, जिनमें से 1.95 करोड़ ने अपनी वेतन आय शून्य बताई है। शेष 1.70 करोड़ ने अपनी कुल वेतन आय 9.79 लाख करोड़ रपये दिखाई है।
आकलन वर्ष 2013-14 और आकलन वर्ष 2012-13 के दौरान व्यक्तिगत करदाताओं ने अपनी संचयी आय क्रमश: 8.33 लाख करोड और 6.26 लाख करोड़ रुपये बताई।
आंकड़ों के मुताबिक आकलन वर्ष 2014-15 के दौरान दायर रिटर्न दर्शाती है कि ज्यादातर करदाताओं यानी 35.39 लाख ने जो रिटर्न दाखिल किया है उनका सालाना वेतन 5.50 से 9.50 लाख के दायरे में रहा है। इसके अलावा 30.98 लाख करदाताओं की आय 2.50 से 3.50 लाख रपये और 54,921 निर्धारित्रयों का वेतन 50 लाख से एक करोड़ रपये सालाना के दायरे में रहा।
दस लोगों ऐसे हैं जिनका वेतन 50 से 100 करोड़ रुपये और केवल दो व्यक्ति हैं जिनका सालाना वेतन 100 करोड़ रपये से अधिक रहा है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि आयकर संबंधी आंकड़ों को जारी करने से सरकार की पारदर्शिता को बनाये रखने की प्रतिबद्धता झलकती है।