हाल ही में हुए बीएमसी चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों के बीच हुई आपसी तू-तू, मैं-मैं से बेहद नाराज और दुखी हुए नाना कहते हैं, “राज्य स्तर पर जो हालिया बीएमसी चुनाव हुए वहां पर जो लोग एक-दुसरे पर कीचड़ उछाल रहे थे इससे मुझे बड़ी तकलीफ हुई। जिन नेताओं के लिए हमारे दिल में प्यार है, इज्जत है, वही लोग ऐसे झगड़ा करते हैं तो मन परेशान हो जाता है।”
नाना पिछले कई सालों से महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित इलाकों और किसानों की मदद करते हैं अब उन्होंने शहीद जवानों के परिवार को भी मदद करने का बीड़ा उठा है। नाना कहते हैं, “इन दिनों हम किसानों और देश के जवानों के परिवार वालों के लिए खूब काम कर रहे हैं। पिछले दिनों देश की सरहद पर शहीद हुए जवानों का जो आंकड़ा सामने आया वह बेहद दुखद है। 418 जवान शहीद हुए हैं, यह सुनकर दिल दहल जाता है। हमने तय किया है कि हमारी-आपकी संस्था ‘नाम फाउंडेशन’ की ओर से 10 करोड़ जमा कर शहीद जवान के परिवार को ढाई-ढाई लाख रूपये की आर्थिक मदद दी जाए। मैंने अपनी ओर से 50 लाख रुपये जमा कर शुरुआत कर दी है, जल्द ही पैसे जमा हो जायेंगे। मुझे पैसे जमा करने की कोई चिंता नहीं है, सब हो जाता है, बस आपकी नियत साफ होनी चाहिए। पिछली बार जब किसानों के लिए जरूरत थी तो जनता-जनार्दन ने ही 60 करोड़ जमा किये थे, इस बार तो मात्र 10 करोड़ जमा करने की बात है।”