नई दिल्ली। सीमापार से करीब 200 आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं, जबकि कुछ पहले ही घाटी में घुस चुके हैं तथा नियंत्रण रेखा पर मुठभेड़ों की संख्या बढ़ गई है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कश्मीर फ्रंटियर, महानिरीक्षक, विकास चंद्र ने एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि ‘‘इस वर्ष नियंत्रण रेखा पर होने वाली मुठभेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, इसे देखते हुए इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि घुसपैठ हुई है।
उन्होंने कहा कि करीब 150-200 आतंकवादी नियंत्रण रेखा की दूसरी ओर घुसपैठ के इंतजार में हैं। उन्होंने घाटी में जारी अशांति के लिए पाकिस्तान और आतंकवादी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि ‘‘यह पूरी अशांति पाकिस्तान प्रायोजित है। वहां के आतंकवादी संगठनों का इस सबमें बड़ा हाथ है और वे (अशांति को बढ़ाने का) अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं।’’ चंद्र ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में इंतजार कर रहे कुछ आतंकवादी घाटी में घुसपैठ करने में सफल रहे हैं।
चंद्र ने कहा कि ‘‘कुछ ने घुसपैठ कर ली है और कुछ मुठभेड़ में मारे गए हैं।’’ चंद्र ने घाटी में अशांति से निपटने में जम्मू कश्मीर पुलिस और अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अपना काम ‘‘अत्यंत वीरता एवं सतर्कता’’ से कर रहे हैं।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि पैलेट गन को पावा गोले से बदलना मानव हानि को कम करने के सरकार के इरादे को प्रदर्शित करता है।