समाजवादी पार्टी में अखिलेश और शिवपाल यादव के बीच छिड़ी जंग का अंत होता दिख रहा है। अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल को पीडब्ल्यूडी छोड़ कुल 13 विभाग सौंप दिए और गायत्री प्रजापति को दोबारा कैबिनेट में शामिल कर लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री अपने चाचा शिवपाल के घर पर चाय के लिए पहुंचे। इस पूरी कवायद को दोनों पक्षों के बीच सहमति बनने के तौर पर देखा जा रहा है। शिवपाल से मुलाकात के बाद लौटे अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान वह काफी सहज और खुश दिखे।
अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं नए बने प्रदेश अध्यक्ष को बधाई देता हूं, आप लोग भी दीजिए। उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है, मेरा समर्थन उनके साथ है। अखिलेश ने कहा कि हम सभी एक हैं और पार्टी में कोई झगड़ा नहीं है। सीएम ने एक बार फिर दोहराया कि नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव का फैसला सर्वमान्य होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की यूथ विंग का प्रभारी हूं। हम युवा पार्टी हैं और मैं अपील करता हूं कि आप लोग जनता के पास जाएं और अपनी उपलब्धियां गिनाने को कहा। सीएम ने एक बार फिर दोहराया कि यह चुनाव मेरी परीक्षा है और मुझे यह तय करने का अधिकार मिलना ही चाहिए कि प्रत्याशी कौन होंगे।