नई दिल्ली/लखनऊ:बुलंदशहर में हुई गैंगरेप की घटना पर राजनीति भी तेज हो गई है। आज यह मामला संसद में भी गूंज सकता है बुलंदशहर मामले पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने सीएम अखिलेश यादव से इस्तीफा मांगा है। मायावती ने कहा कि बुलंदशहर की घटना से साफ हो जाता है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है। उन्होंने यह मामला संसद में उठाया और कहा कि अखिलेश यादव सरकार नहीं चला पा रहे हैं। इससे पहले बीजेपी ने भी इस मामले में हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने बुलंदशहर से दो किलोमीटर दूर हाईवे पर मां-बेटी के साथ हुई दरिंदगी मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस्तीफे की मांग की। मौर्य के मुताबिक, यह कृत्य प्रदेश में ‘जंगलराज’ की जीती-जागती मिसाल है।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने बातचीत में कहा कि प्रदेश में जंगलराज अपनी पराकाष्ठा पर है, अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, असुरक्षा का माहौल है और कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बुलंदशहर जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर घटना यह दर्शाती है कि अपराधी बेखौफ हैं। उन्होंने कहा कि परिवार को 3-4 घंटे बंधक बनाकर महिला और बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था का जीवंत प्रमाण है।
इस घटना की सूचना पुलिस को 3-4 घंटे बाद लगी जो चिंताजनक है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभाले नहीं संभल रही है।मौर्य ने कहा कि इस घटना का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पुलिस, शुरू में तो इस दर्दनाक घटना को दबाने में लगी रही, बाद में जनदबाव और मीडिया में खबर आने पर पीड़ित को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया।
उन्होंने कहा कि एसपी सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह से फेल है। मौर्य ने मांग की कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री भी हैं, ऐसे में उन्हें इस जघन्यतम अपराध के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।