लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री आज़म खां के ‘आपत्तिजनक बयान’ की वजह से यूपी विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी विधायक उनके बयान को कार्यवाही से बाहर करने की मांग को हंगामा कर रहे थे। सदस्यों के हंगामे की वजह से मंगलवार को निचले सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल में सदन में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चर्चा के दौरान आज़म खां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी आलोचना में कुछ टिप्पणी की… पीटीआई के मुताबिक, आज़म खां ने कहा था, “यह विडम्बना है कि देश के ‘बादशाह’ अपनी मां को अपने साथ नहीं रखते हैं, लेकिन दुश्मन की मां को तोहफे देते हैं… वह ‘बेटी बचाओ’ की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी ही पत्नी को छोड़ दिया…”
इस टिप्पणी के बाद बीजेपी के गुस्साए सदस्यों ने कड़ी आपत्ति ज़ाहिर की और सदन के बीचोंबीच आकर खां के ‘अपमानजनक शब्दों’ को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की. खां ने इसका जवाब देते हुए कहा कि देश यह भी जानना चाहता है कि जब हमारे बादशाह (पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को) जन्मदिन की मुबारकबाद दे रहे थे, उस वक्त उनके साथ कमरे में और कौन मौजूद था।
विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बीजेपी सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर गौर करेंगे, मगर इसके बावजूद वे अपने-अपने स्थान पर नहीं गए। इस पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए 12 बजकर 20 मिनट तक स्थगित कर दी।
इसके पूर्व, बीजेपी सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने सरकार से गत 19 जुलाई को बुलंदशहर में मां-बेटी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार प्रकरण में ‘1090 महिला हेल्पलाइन’ की कार्रवाई के बारे में जानना चाहा और कहा कि अगर हेल्पलाइन से समुचित मदद मिली होती तो उस वारदात को होने से रोका जा सकता था।