नई दिल्ली। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 रूपये के नोट को अमान्य किए जाने के फैसले को साहसिक और क्रांतिकारी कदम बताते हुए केंद्र सरकार की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इससे भ्रष्टाचार और आतंकवादियों की फंडिंग पर भी काफी हद तक लगाम लग सकेगी।
हजारे ने गुरुवार(10 नवंबर) को कहा कि नोटबंदी के इस निर्णय से काले धन पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे ही क्रांतिकारी कदम से काला धन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर लगाम कसेगा।
कुछ राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को अब चुनावी प्रक्रिया और राजनीति से काला धन खत्म करने की चुनौती को स्वीकार करना चाहिए। साथ ही चुनाव सुधार भी लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने काला धन पर रोक लगाने की कभी भी इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। वर्तमान सरकार ने साहसिक कदम उठाया है और इससे लोकतंत्र मजबूत होगा।
राजनीतिक दलों के वित्तपोषण में भेदभाव की तरफ इशारा करते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार के लिए अगला कदम चुनावी प्रक्रिया को साफ सुथरा करना होना चाहिए।