दिल्ली: भारत ने आज कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के दौरान सिर्फ आतंकवादियों एवं आतंकी संगठनों पर अंकुश लगाने एवं उन्हें खत्म करने की ही कोशिश नहीं होनी चाहिए, बल्कि इनको पनाह देने एवं हौसला बढ़ाने वाले देशों की पहचान करने, उन्हें अलग-थलग करने एवं दंडित करने की भी होनी चाहिए।
आतंकवाद को ‘हमारे क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा’ करार देते हुए विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि हिंसक चरमपंथ और कट्टर विचारधाराओं को फैलने से रोकने और उनका मुकाबला करने के लिए कदम उठाया जाना चाहिए।
उन्होंने एशिया सहयोग संवाद के दूसरे शिखर सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की जरूरत है।’’ सिंह ने कहा कि आतंकवादी कार्रवाई को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा यह मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सिर्फ आतंकवादियों एवं आतंकी संगठनों पर अंकुश लगाने एवं खत्म करने की ही कोशिश नहीं होनी चाहिए, बल्कि इनको पनाह देने एवं हौसला बढ़ाने वाले देशों की पहचान करने, अलग-थलग करने एवं दंडित करने की भी होनी चाहिए।’’