आज भारत बनेगा सुपर पावर, चीन और पाकिस्तान को छोड़ा पीछे

0

भारत के लिए आज एक अहम दिन है। भारत आज मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानी एमटीसीआर में शामिल हो जाएगा। दुनिया के चार महत्वपूर्ण परमाणु टेक्नोलॉजी निर्यात करने वाले खास देशों के समूह में एमटीसीआर सबसे खास है. हाल ही में परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह एनएसजी में शामिल होने की कोशिश की नाकामी के बाद इसे बेहतर माना जा रहा है। आपको बता दें कि बीते साल भी भारत ने एमटीसीआर की सदस्यता के लिए आवेदन किया था।

इसे भी पढ़िए :  वीडियो: सानिया मिर्जा पर भड़के कुमार विश्‍वास, कहा- शोहरत हिंदुस्‍तान से ली और शौहर पाकिस्‍तान से

आज विदेश सचिव एस जयशंकर फ्रांस, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग के राजदूतों की मौजूदगी में इस क्लब में शामिल होने के दस्तावेज पर दस्तखत करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एनएसजी की सदस्यता न मिलने को नाकामी मानने से इनकार करते हुए कहा कि इस मामले में हमें अपेक्षित परिणाम नहीं मिले।

इसे भी पढ़िए :  इंडियन ओवरसीज बैंक में 321 करोड़ का घोटाला

एमटीसीआर में शामिल हो जाने के बाद आने वाले समय में भारत रूस के साथ मिलकर बनाई गई सुपरक्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को अन्य देशों को बेच सकेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हमने पिछले साल एमटीसीआर की सदस्यता के लिए आवेदन किया था और सारी प्रक्रियात्मक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।

इसे भी पढ़िए :  भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए पाकिस्तान ने चली नई चाल, ये है आतंक का दरगाह कनेक्शन