हिंसा से बेंगलुरू में दहशत पैदा हो गई और शहर में 14 सितंबर तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
सलेम में मुख्यालय वाली ‘केपीएन टूअर्स एंड ट्रेवर्ल्स लिमिटेड’ के प्रबंध निदेशक राजेश नटराजन ने दावा किया कि चेन्नई में उनकी 40 बसों में आग लगाई गई।
आगजनी की घटनाएं ऐसे समय हुई जब पुलिस ने कहा कि उसने 15 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती करके पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है तथा कर्नाटक प्रदेश रिजर्व पुलिस, सिटी आम्र्ड रिजर्व पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रिएक्शन टीम, विशेष बल, सीआईएसएफ और आईटीबीपी के जवान मोर्चा संभाल रहे हैं।
बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केन्द्र ने आरएएफ की 10 कंपनियां कर्नाटक भेजी हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियांे को आज रात फोन किया और उन्हें केन्द्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।