नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते कनु रामदास गांधी का सूरत के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद सोमवार(7 नवंबर) को निधन हो गया, वह 87 वर्ष के थे। कनुभाई लंबे समय से सूरत के अस्पताल में भर्ती थे। गांधी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया।
Pained by the demise of Kanubhai Gandhi, the grandson of Gandhi Ji. Remembering my various interactions with him. May his soul rest in peace
— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2016
पिछले महीने की 22 तारीख को सूरत में वे कार्डिएक अरेस्ट के शिकार हो गए थे। इसके चलते उनके शरीर का बायां हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था और वे कोमा में चले गए थे। कनु गांधी नासा में वैज्ञानिक भी रह चुके हैं।
फिलहाल कनुभाई की एक बहन जो बंगलुरु में रहती हैं, उनकी तबीयत खराब होने पर सूरत आई हुई थीं। कनुभाई सूरत के पार्ले प्वाइंट पर राधाकृष्ण मंदिर के संतनिवास में रह रहे थे। कनुभाई तीन साल पहले अमेरिका से भारत लौट आए थे।
कनु गांधी हाल के दिनों में तब चर्चा में आए थे जब उनके और उनकी पत्नी के दिल्ली के एक वृद्धाश्रम गुरु विश्राम में रहने की खबर सामने आई थी। उन्होंने इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया था, लेकिन यह भी कहा था कि वह मदद के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैला सकते।
यह खबर मीडिया में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका हाल-चाल लिया था। गांधी इससे पहले दिल्ली, वर्धा, नागपुर के बाद मरोली गांधी आश्रम में रहे थे। इसके बाद वो सूरत के एक वृद्धाश्रम में भी कुछ महीना रहे, लेकिन फिर दिल्ली चले गए।