दिल्ली:
कश्मीर के पूंछ में सेना और पुलिस ने आज तीन दिन बाद घोषणा की कि चार आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद पुंछ के मिनी सचिवालय में मुठभेड़ खत्म हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सेना तथा पुलिस के जवानों ने आज शाम निर्माणाधीन परिसर में घुसकर चार में से अंतिम आतंकवादी को ढेर किया।
जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक दानिश राना ने कहा, ‘‘मुठभेड़ खत्म हो गई है।’’ मुठभेड़ रविवार को सुबह साढे सात बजे तब शुरू हुई जब आतंकवादियों ने एक पुलिस दल पर गोलीबारी की जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। इसके बाद आतंकवादियों ने एक घर तथा निर्माणाधीन मिनी सचिवालय में शरण ली। घर में बुजुर्ग दंपति रहते थे।
सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ के दौरान दंपति को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक आतंकवादी रविवार को मारा गया था जबकि दो कल मारे गये और बचे हुए एक आतंकवादी को आज ढेर किया गया। इससे पहले, पुलिस ने कहा था कि रविवार को तीन तथा कल एक आतंकवादी मारा गया था।
डीजीपी राजेंद्र कुमार ने बताया था ‘‘शायद 4 से 6 आतंकियों का समूह इस घटना में शामिल है। हमने दो आतंकवादियों के शव बरामद किए हैं। दो और आतंकवादी मारे जा चुके हैं। हमें लगता है कि एक या दो आतंकवादी अभी जीवित हैं।’’
भ्रम दूर करते हुए डीआईजी जानी विलियम्स ने कहा कि ऐसा मानना है कि रविवार को तीन आतंकवादी मारे गये थे। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन एक आतंकवादी जिंदा बचा था और गोलीबारी कर रहा था। उसे आज मार गिराया गया।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या मारे गये आतंकवादी पाकिस्तानी हैं, एसएसपी जेएस जौहर ने कहा कि यह जांच का विषय है।
उन्होंने कहा कि उनके पास से चार एके राइफल और बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ है।
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने दो मंजिला और कई कमरों वाली इमारत के अंदर जगह बनाई तथा आतंकवादी अलग अलग क्षेत्रों से गोली चलाकर इसका फायदा उठा रहे थे।
उन्होंने कहा कि छिपे हुए आतंकवादियों को मार गिराने के लिए मोर्टार का प्रयोग करना पड़ा।
कल शाम दो सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे जब उन्होंने छिपे हुए आतंकवादियों को मार गिराने के लिए इमारत पर हमला किया।
डीजीपी ने कहा था कि आतंकवादी इस सीमाई जिले में अशांति फैलाने के लिए पूरी तैयारी से आए थे। इस जिले में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव है। कुमार ने कहा था, ‘‘ईद के एक दिन पहले आतंकवादियों की घुसपैठ इस तथ्य की ओर साफ संकेत करती है कि वह यहां ईद पर शांति भंग करने आए हैं।’’