अखिलेश ने जिस ‘बाहरी व्यक्ति’ की भूमिका पर सवाल उठाया था, उसके बारे में राम गोपाल बोले, ‘असल में नेताजी की सरलता का ऐसे लोग फायदा उठा लेते हैं जिनका पार्टी के हित से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे लोग पार्टी का नुकसान करने पर शुरू से आमदा हैं। यही बात मुख्यमंत्री जी ने कल कही थी। यह बात पार्टी का हर कार्यकर्ता समझता है।’ सियासी हलकों में इस बाहरी व्यक्ति का मतलब अमर सिंह से निकाला जा रहा है।
यह भी कहा गया है कि अखिलेश सरकार के कामकाज में दखलंदाजी को लेकर नाराज हैं। इस पर राम गोपाल ने कहा, ‘चुनाव का वक्त है, मुख्यमंत्री हर वक्त तो किसी का हस्तक्षेप बर्दाश्त करने से रहा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या शिवपाल के विभाग लिए जाने से पहले अखिलेश उनसे इसके बारे में बात तो कर सकते थे। राम गोपाल ने माना कि अखिलेश ने प्रतिक्रियास्वरूप ही शिवपाल के विभाग छीने।
सरकार और पार्टी में मतभेद के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतियां पार्टी बनाती है और सरकार उसे लागू करती है। बर्खास्त किए गए मंत्री की सरकार में वापसी के सवाल पर उन्होंने अखिलेश के हवाले से कहा कि इस बारे में नेताजी से बात किए जाने के बाद ही इस पर फैसला किया जाएगा।