इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन यानी EVM पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। हैरानी वाली बात ये है कि ये सवाल तब खड़े हुए जब पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। अब हारने वाली पार्टियों को ये बात हज़म नहीं हो रही कि आखिर उन्हें इतनी बड़ी हार कैसे मिली। चाहे वो यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हों या फिर सपा सुप्रीमो मायावती.. हर कोई इस बात से हैरान है कि जब उनकी चुनावी रैलियों और जनसभाओं बेशुमार भीड़ शामिल होती थी तो फिर वोट कहां गए। कैसे लोगों ने उन्हें चारों खाने चित कर दिया।
उधर यही मलाल आप पार्टी के संयोजक अरविंग केजरीवाल को भी धीरे-धीरे खाए जा रहा है कि आखिर पंजाब में भारी बहुमत लाने वाले उनके सपने को सेंध कैसे लग गई। कैसे देशभर में अपना जनाधार खोती जा रही कांग्रेस पंजाब में केजरीवाल को पछाड़कर आगे निकल गई। उधर गोवा और मणिपुर में जीतने के बाद भी सरकार बनाने में नाकाम साबित हुई कांग्रेस ने अपनी भड़ास निकालने के लिए EVM को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। कुल मिलाकर अब जहां पांचों राज्यों में सरकार बनाने की जोड़-तोड़ चल रही है, वहीं बीजेपी विरोधियों ने EVM को कटघरे में ला खड़ा किया है।
सवाल उठना लाजमी है कि क्या वाकई EVM में झोल हो सकता है। हालांकि चुनाव आयोग का दावा है कि EVM में गड़बड़ी मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। बावजूद इसके एक निजी न्यूज़ चैनल ने साल 2014 में ही अपने स्टूडियो में LIVE TELECAST के दौरान एक DEMO कर इस गड़बड़ी को उजागर करने की कोशिश की थी।
अब जब देशभर में EVM के पक्ष और विपक्ष में सवाल खड़े हो रहे हैं तो ढाई साल पुराना ये वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर सनसनी मचाए हुए है। लोग बढ़-चढ़ कर इसे शेयर कर रहे हैं।
इस वीडियो में EVM में होने वाली गड़बड़ी को उजागर करके दिखाया गया है। आप भी देखिए ये वीडियो और तय कीजिए कि कितना आसान है EVM में गड़बड़ी को अंजाम देना।
कोबरापोस्ट की टीम आपकी जानकारी के लिए इस वीडियो को आप तक पहुंचा रही है, हम इसकी प्रमाणिकता का दावा नहीं करते और ना ही ये दावा करते हैं कि चुनावों में ऐसा होता है। ये महज़ एक DEMO है, और इनदिनों सोशल साइटों पर इसे शेयर किया जा रहा है।