लोधी ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग ‘‘कभी नहीं था और कभी नहीं हो सकता’’, बल्कि वह एक विवादित क्षेत्र है जिसकी अंतिम स्थिति यूएनएससी के कई प्रस्तावों के मुताबिक तय की जानी है।
पाकिस्तानी राजनयिक ने कहा कि औपनिवेशिक वर्चस्व और विदेशी कब्जे से जूझ रहे लोगों के प्रति संयुक्त राष्ट्र की एक नैतिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘अधूरे एजेंडे को पूरा करने के लिए काम करने और उपनिवेशवाद के आखिरी निशान को खत्म करने की सख्त जरूरत है। हमें उम्मीद है कि देर-सवेर हम इस साझा लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।’’
आगे देखिए सुरक्षा परिषद् में पाकिस्तान को लगी बड़ी फटकार