मध्यप्रदेश में इंसानियत फिर शर्मसार, गाड़ी नहीं मिली तो 20 किमी तक साइकिल पर ले गया शव

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मध्यप्रदेश

दिल्ली

इंसानियत को शर्मसार और सरकार के सुशासन का दावा करने वाले हर मुख्यमंत्री की पोल खोलता रोज कोई ना कोई ह्रदय विदारक घटना सामने आ रही है। गाड़ी ना मिलने पर उड़ीसा में शव कंधे पर ले जाने से लेकर, शव के कुल्हे को तोड़ कर ले जाने के मामले अभी थमा भी नहीं था कि अब मध्यप्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है।

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मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक बुजुर्ग महिला की मौत होने के बाद शव को साइकिल पर बांधकर 20 किलोमीटर तक ले जाने का एक मामला सामने आया है। खबर के मुताबिक शहडोल जिले के कटहरी गांव में 70 साल की महिला रामबाई गौड़ की अपनी बेटी के घर में मौत हो गई।

दामाद गोरे सिंह गौड़ अपनी सास को शव उसके गांव अमिलिहा ले जाने के लिए आसपास वाहन या टैक्ट्रर का इंतजार करता रहा, लेकिन कहीं से कोई वाहन ना मिलने पर उसने खुद अपनी साइकिल से शव ले जाने का फैसला किया। दोपहर तीन बजे साइकिल से दामाद गोरे सिंह रामबाई गोड़ का शव बांधकर चला और रात लगभग 8.30 बजे 20 किमी दूर गांव अमिलिहा पहुंचा।

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दामाद गोरे सिंह के साथ उसकी पत्नी फूल बाई और परिवार के तीन लड़के थे, जो बारी-बारी से साइकिल चलाकर रामबाई के शव को लेकर उसके गांव अमिलिहा लाए, जहां शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। मध्यप्रदेश में सुशासन का डंका बजाने वाली शिवराज सिंह चौहान की सरकार के साथ साथ किसी गांव वाले ने भी गोरे सिंह की मदद नहीं की।

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