अखिलेश के पक्ष में खड़े हुए चाचा रामगोपाल, चिट्ठी लिख कर की चेहरा बनाने की वकालत

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

लोगों को कष्ट ये है कि पहले नंबर पर चल रही पार्टी कुछ इन गिने चुने लोगों की गलत सलाह के चलते काफी पीछे चली गई है। ये जो आजकल आपको सलाह दे रहे हैं, जनता की निगाह में उनकी हैसियत शून्य हो गई है।

पार्टी जिसे चाहे उसे टिकट दे, लेकिन जीतेगा वही जिसकी हैसियत होगी। और पार्टी तभी चुनाव जीतेगी जब पार्टी का चेहरा अखिलेश यादव होंगे। अगर आप चाहते हैं कि पार्टी फिर 100 से नीचे चली जाए तो आप चाहें जो फैसला लें, लेकिन एक बात याद रखें कि जो जनता आपकी पूजा करती है, समाजवादी पार्टी बनाने के लिए, वही जनता पार्टी के पतन के लिए आपको और केवल आपको दोषी ठहराएगी। इतिहास बहुत निष्ठुर होता है, ये किसी को बख्शता नहीं।

इसे भी पढ़िए :  राजवीर दिलेर: एक ऐसा दलित प्रत्याशी जो आज भी जमीन पर बैठकर अगड़ी जातियों के यहां वोट मांगता है

सादर आपका,

रामगोपाल यादव

15 अक्टूबर, 2016

रामगोपाल ने अमर सिंह पर भी चोट की है और उनका नाम लिए बिना कहा है कि जो आजकल आपको सलाह दे रह है, जनता कि निगाह में उनकी हैसियत शून्य हो गई है। समझा जाता है कि मुलायम और रामगोपाल के बीच ये राह बनी है कि अखिलेश को नई पार्टी बनाने से रोकना होगा।

इसे भी पढ़िए :  नितिन गडकरी की बेटी की शादी, मोहन भावगवत, रामदेव, राजनाथ, अमित शाह समेत कई वीआईपी हुए शामिल
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse