शिवपाल ने कहा कि अब किन परिस्थितियों में मेरे विभाग हटाए गए इस पर मैं प्रश्नचिन्ह नहीं खड़ा कर सकता। चुनाव का वक्त है। हमें और पूरे परिवार को एक रहना है। प्रदेश प्रभारी के पद को रामगोपाल यादव के असंवैधानिक बताने पर शिवपाल ने कहा कि यह नेताजी का फैसला था और किसी की हैसियत नहीं कि उनके फैसले पर सवाल खड़ा करे।
सीएम से लेकर रामगोपाल तक के अमर सिंह पर हमलावर होने पर शिवपाल ने कहा कि सबको जोड़ने से ही पार्टी को मजबूती मिलेगी। हम लोहियावादी हैं और लोहिया जी जोड़ने की बात करते हैं तोड़ने की नहीं। सबको यह बात समझनी चाहिए कि बाहरी कुछ कह रहा है तो अपनी बुद्धि भी लगानी चाहिए। पार्टी में सब तरह के लोग हैं। सबके विचार अलग हो सकते हैं। हर कोई बराबर बुद्धिमान होगा तो वह नेताजी नहीं हो जाएगा?