एक निजी चैनल से दोनों नाबालिगों ने कहा कि वो शादी नहीं करना चाहते थे और बाकी के बच्चों की तरह पढ़ाई जारी रखना चाहते थे। लेकिन उनके परिवार ने कहा कि अगर वे शादी कर लेंगे तो यह सबके लिए अच्छा होगा। रोहित ने अपने पिता से पूछा था कि अगर सबको पता चल गया तो क्या होगा। लेकिन जवाब मिला कि यह तो परंपरा है।
जब इस मामले की भनक प्रशासन को लगी तो उसने इन्हें बाल सुरक्षा गृह में रखा और अभिभावकों के खिलाफ बाल विवाह उन्मूलन कानून के तहत केस दर्ज किया है। उधर अभिभावकों का कहना है कि वह तो सिर्फ परंपरा का पालन कर रहे थे और भले ही कानून इससे सहमत न हो लेकिन वह मानते हैं कि ऐसा करना सही है।