जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से एनआईटी के छात्रों पर हमला हुआ है। आतंकी बुरहान वानी के बाद भड़की हिंसा का असर यहां एनआईटी कैम्पस पर भी पड़ा है। 3 अगस्त से एनआईटी में क्लासेस शुरू होनी थीं। इसके लिए बाहर के स्टूडेंट्स यहां आ गए थे। लेकिन बुरहान वानी की मौत के बाद उसके कुछ पोस्टर कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर लगा दिए गए। इन पोस्टरों में कश्मीर की आजादी के लिए आखिरी जंग का एलान किया गया था। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने बिगड़ते हालात को देखते हुए, क्लासेस लगने की तारीख 23 अगस्त से कर दी। जब गैर कश्मीरी स्टूडेंटस अपने घर लौटने के लिए एयरपोर्ट जा रहे थे, तब कुछ लोगों ने उनकी गाड़ियों पर पत्थरों से हमला कर दिया, हांलाकि इस घटना के दौरान किसी को चोट नहीं लगी।
स्टूडेंट्स पर हमले की खबर ऐसे वक्त आई है, जब 1 अगस्त को ही नए एचआरडी मिनिस्टर ने श्रीनगर एनआईटी के बदले हालात पर खुशी जताते हुए माहौल को बेहतर बताया था। जावड़ेकर ने तब कहा था कि अप्रैल की घटना के बाद इस कैम्पस में अब शांति है और स्टूडेंट्स ठीक से पढ़ाई कर सकेंगे। बता दें कि अप्रैल में भी कश्मीरी और नॉन कश्मीरी स्टूडेंट्स के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इसके बाद कैम्पस में सिक्युरिटी फोर्सेस तैनात की गई थीं। कई महीनों तक स्टूडेंट्स की पढ़ाई नहीं हो सकी थी।
छात्रों के मुताबिक, बार बार एसी घटनाओं की होने की वजह से उनकी क्लासेस नहीं लग पा रही है। उनका एक सेमेस्टर भी खराब हो चुका है। उन्होंने बताया कि कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर आंतकी बुरहान वानी का पोस्टर लगा हुआ है। और इस पोस्टर पर लिखा है कि 2010 के बाद यह पहला मौका है, जब कश्मीर को पूरी आजादी दिलाने की जंग शुरू की जानी है। इन पोस्टरों में कुछ और भड़काऊ बातें भी लिखी हैं। इसे किसी ‘वॉइस ऑफ फ्रीडम लवर्स’ की ओर से जारी किया गया है।