पाकिस्तान की नापाक हरकतों का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए बीएसएफ के जवान सीमा पर डटे हुए हैं, और उनका साथ देने के लिए बीएसएफ की महिला जवान भी पूरी दृढ़ता के साथ बॉर्डर पर तैनात हैं और दुश्मन के हर हमले का माकूल जवाब दे रही हैं। सूर्योदय होते ही, ये महिला जवान अपनी 5.56mm इंसास राइफल्स कंधे पर लटकाकर जम्मू के बॉर्डर आउटपोस्ट की ओर बढ़ जाती हैं। कॉन्स्टेबल रबिंदर कौर और अनुबाला इन्हीं महिला जवानों में शामिल हैं।
आउटपोस्ट पर पहुंचकर, ये दोनों बीएसएफ की महिला जवान, तुरंत पोजीशन लेते हुए मोर्चा संभाल लेती हैं, जहां से वे पाकिस्तानी रेंजर्स को निशाना बना सकें। इन महिला जवानों को मीडियम मशीनगन और 51mm मोर्टार चलाने की ट्रेनिंग मिली है। अगर पाकिस्तान की ओर से होने वाली फायरिंग से स्थानीय लोगों को और या बीएसएफ के उनके साथियों को कोई नुकसान पहुंचता है, तो ये महिला जवान पाकिस्तान को जवाब देने में कोई रहम नहीं बरततीं।
रबिंदर और अनुबाला उन 90 बीएसएफ महिला जवानों में से हैं जिन्हें जम्मू में 192 किलोमीटर में फैले अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर तैनात किया गया है। जम्मू की रहने वाली रबिंदर के पति ऑस्ट्रेलिया में काम करते हैं। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से रबिंदर ने कहा, ‘हम नई नारी शक्ति हैं। हम लोग भी जवाब देंगे और ऐसा जवाब देंकि कि वे 100 साल तक याद रखेंगे कि महिला कॉन्स्टेबल की ताकत क्या होती है।