संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। लोकसभा का पहला दिन नहीं रहे पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा जारी है। विपक्ष मे जमकर हंगामा किया। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि हम कालाधन और आतंकवाद के खिलाफ हैं। सरकार ने नोटबंदी का निर्णय गलत समय लिया। इससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है। आनंद शर्मा ने कहा कि यह फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया। किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता। सरकार देश में आर्थिक अराजकता फैला रही है। पैसा निकालने पर पाबंदी का हक आपको किसने दिया। हमारा पैसा रोकने का हक आपको किसने दिया।
बाजार में 86 फीसदी नोट पांच सौ और एक हजार के हैं। एक फैसले से इसे रद्दी में तब्दील कर दिया गया। क्या यह पूरा पैसा काला धन था? इस दौरान आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से पूरी दुनिया में यह संदेश गया कि भारत की अर्थव्यवस्था काले धन से चलती है।
वहीं ये साफ साफ देखा जा रहा है कि नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष सरकार के खिलाफ़ एकजुट है। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस, टीएमसी, सीपीएम, आरजेडी समेत कई दलों की बैठक हुई थी।
संसद सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने पहले मीडिया से कहा कि देशहित में चर्चा होनी चाहिए। सरकार की सोच और लोगों की समस्याओं पर इस सत्र में अच्छी डिबेट होगी। सरकार सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। सभी दलों का अच्छा योगदान होगा. सरकार की ओर से प्रस्तावित काम पर सभी दलों को साथ लेकर आगे चलने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जीएसटी पर भी सभी दलों ने साथ में काम किया। सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, सरकार का तर्क है कि पहले बता देते तो आतंकवादियों को फायदा हो जाता। यह तर्क बड़ा अजीब है। यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। मेरा प्रश्न यह है कि कौन-सा आतंकवादी बोरी भरकर रिजर्व और स्टेट बैंक के पास नोट बदलने जाता है। वही जाता है जिसकी जेब में कानूनी पैसा है जो टैक्स देता है। उन्होंने कहा कि पीएम ने रकम पर सीमा लगा दी है। इससे लाखों सैलानियों का पैसा फंस गया है। पूरी दुनिया के बड़े देशों ने अपने नागरिकों को अडवाइजरी भेज दी है कि भारत जाने से पहले एक बार सोचो। यह कैसा देश आप बना रहे हैं। पैसा हमारा और आप उसे निकालने के लिए भीख मांगने को मजबूर हो जाएं।
2000 के नए नोट को लेकर भी कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ऐसा नोट चूरने के साथ मिला करता था।
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी पर पीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री को आकर नोटबंदी पर जवाब देना चाहिए। मैंने देखा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली दुखी दिख रहे हैं।
वहीं सरकार का पक्ष रखते हुए ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सारा देश सरकार के फैसले का स्वागत कर रहा है। कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है। ईमानदारी का सम्मान हुआ है। गोपनीयता से बेइमानों को दिक्कत हुई।