तनख़्वाह में 1000 रूपए के नोट मिलने पर एक महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। यह मामला है गुजरात के वरच्चा का जहां एक 22 वर्षीय महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। जिसके बाद उसे हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर्स उसको नहीं बचा पाये। उसने अपने एक साल के बेटे को भी जहरीला पदार्थ दिया था लेकिन बच्चे को डॉक्टरों ने बचा लिया है।
महिला की पहचान इन्दिरा मोदी के रूप में हुई है जो वरच्चा के स्वामीनारायण सोसाइटी में रहती थी। उन्होंने सोमवार को पेस्टिसाइड खा लिया था। खुद पेस्टिसाइड खाने से पहले उन्होंने बेटे को भी यह खिला दिया था। जब उसकी तबियत बिगड़ना शुरू हुई तो उसने अपने पति भंवरलाल को फोन पर बताया कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया है। उन्होंने अपने पति से जल्द घर आने और हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा।
भंवरलाल कपड़े की दुकान में काम करते हैं। पहले भंवरलाल को लगा कि उनकी पत्नी झूठ बोल रही है इसलिए उन्होंने फोन काट दिया। बाद में उन्हें इन्दिरा के भाई ने फोन किया। भंवरलाल घर के लिए दौड़े और अपनी पत्नी और बेटे को हॉस्पिटल में ऐडमिट कराया। इन्दिरा की मंगलवार को मौत हो गई लेकिन उनके बेटे की हालत में सुधार आ रहा है।
पुलिस ने जांच में पाया कि इन्दिरा परिवार की मदद के लिए कढाई का काम करती थी। उसे 1000 रुपये के नोटों से 3000 रुपये का पेमेंट मिला था, जो कि अब बंद हो गए हैं। भंवरलाल ने उससे रुपये लौटाकर मान्य करंसी में लाने को कहा। इन्दिरा ने अपने एम्पलॉयर को पैसे लौटा दिए और घर खर्च के लिए उनके पास अब एक भी रुपया नहीं बचा।
एक पुलिस अधिकार ने कहा, ‘भंवरीलाल ने पुलिस को अपने बयान में कहा कि उनकी पत्नी ने घरखर्च के लिए पैसे मांगे थे। लेकिन नगदी क कमी के कारण उसने पत्नी को केवल 300 रुपये दिए थे। इससे इन्दिरा को गुस्सा आ गया जिसकी वजह से दोनों में कहासुनी हो गई।’ वैसे इन्दिरा के परिजनों ने भंवरलाल के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।