नई दिल्ली। वन रैंक वन पेंशन(ओआरओपी) के मुद्दे को लेकर पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के खुदकुशी करने के बाद से कांग्रेस लगातार नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल रही है।
शुक्रवार(4 नवंबर) को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधा आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने पूर्व सैनिकों के लिए ओआरओपी लागू करने पर देश से झूठ बोला। ओआरओपी लागू ही नहीं की गई, यह तो मात्र पेंशन वृद्धि है।
जिसे बाद शाम होते-होते राहुल के आरोपों पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 10 साल के यूपीए राज में कांग्रेस ने पूर्व सैनिकों के प्रति इतनी सहानुभूति क्यों नहीं दिखाई। संप्रग सरकार ने ओआरओपी के लिए मात्र 500 करोड़ रुपए आवंटित किए थे।
जेटली ने कहा कि यूपीए ने सत्ता में रहते हुए 10 सालों के दौरान एक भी रुपये खर्च नहीं किया और अब इस पर राजनीति कर रही है। जेटली ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान भी ओआरओपी को लेकर मांगें उठ रही थी, लेकिन सरकार ने तब कुछ भी नहीं किया।
वित्त मंत्री ने कहा कि आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के साथ सरकार की पूरी सहानुभूति है। आत्महत्या की वजह ओआरओपी नहीं मिलना नहीं है। लगता है बैंक के साथ संवाद के स्तर पर कोई चूक हुई है।
हालांकि, एसबीआई की हरियाणा के भिवानी स्थित शाखा ने इस बात का खंडन किया है कि उसकी गलती के कारण ग्रेवाल को 28 हजार की बजाए 23 हजार रुपए ही पेंशन मिल रही थी।
































































