फिलहाल एसबीआई का स्थान 52वां है। पहली बार दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में भारतीय बैंक के शामिल होने से वैश्विक बैंकिंग जगत में भारत की धमक बढ़ेगी। इससे पहले एसबीआई 2008 में स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र और 2010 में स्टेट बैंक ऑफ इंदौर का विलय कर चुका है।
विलय प्रक्रिया पूरी होने पर एसबीआई दुनिया के 50 बड़े बैंकों में शामिल हो जाएगा। पहले साल में ही बैंक को 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की बचत होगी। विलय से जहां बैंक की कार्यक्षमता बढ़ेगी, वहीं फंड जुटाने की लागत कम होगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कैबिनेट की बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय के प्रस्ताव पर निर्णय नहीं हुआ है। इस विलय से किसी भी कर्मचारी पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। शेष| पेज 9 पर
सहयोगी बैंकों के ग्राहक एसबीआई के वैश्विक नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। विलय कब से होगा, इसके लिए बाद में अधिसूचना जारी की जाएगी। पहले कैबिनेट ने इस विलय पर सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इसके बाद बैंकों के बोर्ड की सहमति ली गई। बोर्ड की सिफारिश के आधार पर बुधवार को कैबिनेट ने मुहर लगाई है। यह फैसला बैंकिंग क्षेत्र में सुधार के लिए बनाई गई इंद्रधनुष कार्य योजना के तहत यह लिया गया है।