नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय ट्रैवलिंग कंपनी उबर के को-फाउंडर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ट्रैविस कलानिक उस वक्त मुश्किल में फंस गए, जब वह भारत में बिना उपयुक्त वीजा के ही पहुंच गए। हालांकि, उच्च स्तरीय हस्तक्षेप के बाद वह वापस भेजे जाने से बच सके।
दरअसल, कलानिक को इस साल 16 जनवरी को भारत में स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम में भाग लेना था। उन्होंने बताया कि जब वह बीजिंग से तड़के भारत पहुंचे तब उन्हें बाद में पता चला कि उनके पास उपयुक्त वीजा नहीं हैं। उसके बाद गृह सचिव और आईबी के निदेशक के हस्तक्षेप के बाद ही उन्हें अनुमति मिली।
एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तथा ऊबर के सबसे बड़े विदेशी बाजार भारत की यात्रा के बारे में यह जानकारी खुद कलानिक ने बीते दिनों एक विशेष सार्वजनिक बातचीत में दी। इसकी मेजबानी नीति आयोग के चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर अमिताभ कांत ने की।
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