लोढ़ा समिति से दो-दो हाथ कर रहा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई अब दो कदम आगे जाकर भारतीय क्रिकेट में ताला लगाने को भी तैयार है। कुल मिलाकर वह किसी भी कीमत पर झुकने वाला नहीं है। निश्चित ही इस लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय क्रिकेट का होने वाला है।सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लेकर सुनवाई थी और इसमें एमिकस क्यूरी ने बीसीसीआई के प्रशासनिक प्रमुखों को हटाने की सलाह दी है। इसके बाद बोर्ड के अधिकारियों के तेवर और तीखे हो गए हैं।
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमसे कहा है कि जब राज्य क्रिकेट संघ सिफारिशों को मानने को तैयार नहीं हों तब तक उन्हें धन आवंटित नहीं किया जाए। हमने उनसे कहा भी कि घरेलू सत्र शुरू हो गया है और ऐसे में इसका असर उन मैचों पर पड़ेगा। अधिकारी ने कहा कि अगर ऐसा है तो हमारे पास घरेलू क्रिकेट को बंद करने के अलावा कोई चारा नहीं है, क्योंकि हम सभी राज्य संघों को लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने को बाध्य नहीं कर सकते। जब बोर्ड के अधिकारी से पूछा गया कि क्या इसका असर भारत और न्यूजीलैंड के बीच शनिवार से इंदौर के होलकर स्टेडियम में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच पर भी पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि बिलकुल, जब घरेलू मैच नहीं होंगे तो हम टेस्ट मैच आयोजित करवाकर क्या करेंगे।
अगले पेज पर पढ़िए- रणजी मैचों पर क्या होगा असर