टीम इंडिया ने दबाव से उबरते हुए लंच और चायकाल के बीच 66 रन जोड़े। चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय ने सधी हुई बल्लेबाजी की। हालांकि इस बीच किस्मत ने भी उनका साथ दिया, जब कुछ अच्छी गेंदों पर वे बाल-बाल बच गए। विजय को तो एक जीवनदान भी मिला। चाय के लिए जाते समय टीम इंडिया ने एक विकेट पर 228 रन बनाए थे। पुजारा 99, तो विजय 86 रन पर नाबाद लौटे।
टीम इंडिया के लिए तीसरे दिन की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और उसे दूसरे ही ओवर में तगड़ा झटका लगा, जब गौतम गंभीर गुरुवार के स्कोर में महज एक रन का इजाफा करके 29 रन बनाकर स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। उस समय टीम इंडिया का स्कोर 68 रन था। गंभीर के आउट होने पर आए पुजारा ने तेजी से रन बनाने शुरू किए और इस प्रकार उन्होंने गंभीर के विकेट के दबाव को कम करने की कोशिश की। वह इसमें सफल भी रहे और टीम इंडिया का स्कोर 100 पार कर गया। इसके बाद तो मुरली विजय भी लय में आते दिखे। फिर क्या था दोनों ने लंच तक कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया और विकेट के चारों ओर शॉट खेले। विजय ने जहां 125 गेंदों में फिफ्टी ठोकी, वहीं पुजारा ने उनसे तेजी से रन बनाए और 74 गेंदों में ही फिफ्टी जड़ दी। लंच तक दोनों ने टीम का स्कोर एक विकेट पर 162 रन तक पहुंचा दिया। अंतिम 10 ओवरों में दोनों बल्लेबाजों ने 4.9 के शानदार औसत से 49 रन बनाए और 94 रन की साझेदारी कर ली।