ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 में उन्होंने 3 विकेट लिए लेकिन बाद में श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। लेकिन एशिया कप में उन्होंने फॉर्म दर्शाई और सात विकेट निकाले।
वर्ल्ड टी20 में भी उन्हें पांच विकेट मिले। इस दौरान पांड्या ने बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी ओवर डाला और भारत को एक रन से जीत दिलाई। वनडे डेब्यू के दौरान धर्मशाला में कपिल देव ने उन्हें कैप दी। इस मैच में तीन विकेट लेकर वे मैन ऑफ द मैच रहे। दिल्ली में खेले गए दूसरे वनडे में बल्ले से उन्होंने जौहर दिखाए और भारत को जीत के करीब ले गए। उन्होंने अभी तक 16 टी20 इंटरनेशनल और चार वनडे खेले हैं।
पंड्या बैट और बॉल के साथ ही चुस्त फील्डर और सेफ कैचर भी हैं। 22 साल के पांड्या के लिए टीम इंडिया तक आने का रास्ता काफी मुश्किलों भरा था। उन्होंने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआती दिनों में उनके पास केवल पांच रुपये की मैगी खाने के पैसे होते थे। बाहर उधारी होने के कारण वे मैदान में ही पड़े रहते और माली से गर्म पानी लेकर मैगी खाते।
हार्दिक ने जब बड़ौदा रणजी टीम में खेलना शुरू किया उसी समय उनके पिता हिमांशु को हार्ट अटैक का तीसरा झटका आया। उनके पिता का बिजनेस भी बड़े घाटे में चला गया। उनके पिता घर-घर जाकर पासपोर्ट बनाने का काम करने लगे। पिछले साल ही उनकी मां की भी सर्जरी हुई। हार्दिक को उनके भाई ने काफी मदद की। हार्दिक के एक अन्य भाई कृणाल भी क्रिकेटर हैं। उन्होंने आईपीएल 9 में मुंबई इंडियंस की ओर से हिस्सा लिया था।