मेरा पहला सपना पूरा हो गया है। अब दूसरे सपने और वादे को पूरा करने का वक्त है। योगेश्वर ने आगे कहा कि काश उनकी शादी को देखने के लिए उनके पिता रामेश्वर दत्त और मास्टर सतबीर सिंह जिंदा होते। योगेश्वर ने कहा कि उनकी इच्छा थी कि उनका दूसरा सपना पूरा होते हुए देखने के लिए उनके पिता और कोच जिंदा होते। खबरों के मुताबिक योगेश्वर की मां सुशीला देवी ने कहा कि योगेश्वर की शादी उनके लिए खास मौका है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दुल्हन के परिवार से एक रुपए के अलावा कुछ और नहीं लेंगी।
योगेश्वर की मंगेतर शीतल अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने के बाद सोनीपत से बीए कर रही हैं। शीतल कांग्रेसी नेता जयभगवान शर्मा की इकलौती बेटी हैं। जयभगवान शर्मा ने 2009 में सफीदों से हरियाणा जनहित कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। बाद में कुलदीप बिश्नोई के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए है।