आजकल सरकार ने हर जगह बैंक से ले कर पैन कार्ड तक हर छोटे बड़े काम के लिए आधार कार्ड को जोड़ा जरुरी कर दिया है। सरकार ने हर योजनाओं से आधार कार्ड जोड़ने की बात की हैं। जो बड़ा ही चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि सरकार की योजना अब कंडोम के खरीद को भी आधार से जोड़ने की है। जी हाँ, यदि अब आपको कंडोम खरीदना है तो उसके लिए आधार जरुरी होगा।
नसंख्या की वजह से सरकार की कई योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पता था। इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रधानमंत्री पहले ही केबिनेट मंत्रियों की आपात बैठक बुला चुके थे। आपको बता दें कि सरकार ने ये फैसला देश की बढती आबादी को रोकने के लिया है। गौरतलब है कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ी आबादी वाला देश है और जिस दर से हमारे देश में जनसंख्या वृद्धि हो रही है। उस हिसाब से बहुत जल्द हम चीन से भी आगे निकाल जाएंगे और दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भारत होगा।
अधिक जनसंख्या होने के कारण सरकार की कई लाभकारी योजनाओं का फायदा भी लोगों को नहीं मिल पाता है और बेरोजगारी आदि की समस्या बनी हुई है। बढ़ती आबादी को देखते हुए मोदी सरकार काफी गंभीर है और इस मुद्ददे पर पीएम मोदी कैबिनेट की बैठक भी कर चुके हैं। इस बैठक के बाद लोकसभा में एक बिल भी पारित किया गया है।
इस बिल को सरकार अध्यादेश की शक्ल में लागू करने का फैसला ले चुकी है। बता दें कि सरकार के इस फैसले पर विपक्षी दलों ने आपत्ति भी जताई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तो इस फैसले को फासीवादी फैसला बताया है वहीँ इस मुद्दे पर विरोध में एक बार फिर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्य्क्ष कन्हैया कुमार भी कूद पड़े हैं।
उन्होंने इसके विरोध में एक दुकान में जा कर कंडोम खरीदने चाहा तो दुकानदार ने कंडोम देने से मना कर दिया। अब देखना ये होगा कि सरकार का यह फैसला जनसंख्या वृद्धि को रोकने में कितना सफल होता है?