घुग्गी ने कहा, अगर मुझे हटाना ही था तो पार्टी मुझे कह सकती थी मैं अपना पद खुद ही छोड़ दूं और मैं अपने आप ही पद छोड़ देता, लेकिन एक पूरा ड्रामा क्रिएट किया गया। उन्होंने कहा कि मैं विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान स्टार प्रचारक के तौर पर काम करना चाहता था, लेकिन मुझे कन्वीनर बना दिया गया।
जिसकी वजह से मैं पार्टी के प्रचार की बजाय अन्य कामों में व्यस्त हो गया था। उन्होंने कहा कि मैं संजय सिंह सहित दिल्ली के अन्य नेताओं से गुजारिश करता रहा कि सुच्चा सिंह छोटेपुर को हमें मना लेना चाहिए।
घुग्गी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल दागते हुए कहा कि वो पंजाब चुनावों के बाद पंजाब क्यों नहीं आए। केजरीवाल ने भगवंत मान को ये पद देने से पहले एक शर्त भी रखी थी। केजरीवाल ने मान से कहा था कि उन्हें शराब छोड़नी होगी, अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनसे पद वापस ले लिया जाएगा?