मौका मिलते ही साधा निशाना
मुलायम ने अखिलेश को मनाने की जिम्मेदारी रामगोपाल को सौंपी लेकिन सीएम टस से मस नहीं हुए। इससे नाराज मुलायम ने अखिलेश से प्रदेश अध्यक्ष का पद छीनकर शिवपाल को सौंप दिया. सीएम ने पलटवार करते हुए शिवपाल से सारे अहम विभाग छीन लिए. इस तरह यूपी के सियासत में बीते 72 घंटे से मचे घमासान के पीछे अमर सिंह का हाथ बताया जा रहा है. हालांकि अमर सिंह इससे इनकार कर रहे हैं कि अखिलेश ने ‘बाहरी’ के तौर पर उनकी ओर ही इशारा किया था.
अमर की वापसी के खिलाफ थे अखिलेश
वैसे भी अखिलेश समाजवादी पार्टी में अमर सिंह की वापसी को लेकर खुश नहीं थे. सियासत के जादूगर कहे जाने वाले अमर सिंह की सपा में वापसी तो हो गई, उनके मनचाहे काम नहीं हो पा रहे थे. अपनी इमेज को लेकर संजीदा अखिलेश ने अमर सिंह को कभी हावी नहीं होने दिया. इसका दर्द कभी कभी राज्यसभा पद से इस्तीफे की धमकी तो कभी पार्टी छोड़ने की चेतावनी के रूप में बार-बार दिख रहा था।
वैसे तो अमर सिंह मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे हैं लेकिन शिवपाल से करीबी की वजह से छह साल बाद पार्टी में उनकी वापसी का रास्ता साफ हुआ था और राज्यसभा भी भेजे गए. अखिलेश की तरह रामगोपाल भी अमर सिंह की वापसी के खिलाफ थे. इसलिए इस मामले में गुरूवार को पहली बार मीडिया के सामने आए रामगोपाल के निशाने पर अमर सिंह ही रहे.